Lyrics
है दस्तक आखरी दिल पर
या दिल कुछ और दुखाना है
ये रोना खूब हुआ मेरा
बता दो कब हसाना है
तेरे दिल की आखरी दावत
या दिल का और ठिकाना है
ये रोना खूब हुआ मेरा
बता दो कब हसाना है
तुम सच में परेशान थे मुझसे
या बस जाने का बहाना है
ये रोना खूब हुआ मेरा
बता दो कब हसाना है
शायद मेरा रास्ता हो मालुम
या मेरा हर चीज अंजाना है
ये रोना खूब हुआ मेरा
बता दो कब हसाना है
मै टूट के गिर गया पूरा
ये सांसे कब तक बचाना है
ये रोना खूब हुआ मेरा
बता दो कब हसाना है
है मालुम तुम्हे शायद
दर्द हर रोज पाना है
ये रोना खूब हुआ मेरा
बता दो कब हसाना है
की तुम खुश हो कही और
ये तो बस जूठा फसाना है
ये रोना खूब हुआ मेरा
बता दो कब हसाना है
"सायद तुम अब बदल चुके हो
तुम्हारे हसाने की कला मर चुकी है
मेरी हसने की उम्मीद भी अब दम तोड़ रही है
पर मन मे सौ बातें और है"
मै सांसे आखरी ले लूं
कुछ लफ्ज़ आखरी कह दु
कुछ स्याही आखरी फें कू
कुछ दर्द आखरी गढ़ दु
कुछ तुमसे मिलने की उम्मीद
कुछ दुनिया से जाने का गम होगा
मै आंसु खून के रो लू
तुम्हे मनाने के लिए वो भी शायद कम होगा
तुम मेरी मजार पे मत